हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हौज़ा ए इल्मिया नजफ अशरफ के प्रसिद्द शिया धर्मगुरु आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पुछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे हैं।
सवाल: मैं रात को रोज़े की नियत करके सोया कि सुबह रोज़ा रखूंगा मगर सेहरी के वक्त जाग नहीं सका और किसी ने भी सेहरी नहीं की क्या हमारा रोज़ा था? हमने यही समझा कि जब सेहरी नहीं की रोज़ा नहीं रखा, ऐसी सूरत में हमारा रोज़ा सही है या नहीं?
जवाब : आप का रोज़ा सेहरी के बगैर दुरुस्त है वल्लाहोआलिम।